सीपीसीबी की सलाह-कॉरपोरेट हाउस कर्मचारियों को घर से काम करने का विकल्प दें, बच्चों के लिए स्कूल करें ट्रांसपोर्ट का इंतजाम
नई दिल्ली .दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) ने सलाह दी है कि कॉरपोरेट हाउस में काम करने वाले कर्मचारी घर से काम करें। इसके साथ ही स्कूलों को भी सभी बच्चों के लिए ट्रांसपोर्ट के इंतजाम करने के लिए कहा है। वहीं हरियाणा और यूपी में डीजल जनरेटर पर पाबंदी नहीं लग पाने के मद्देनजर एनवायरमेंट पॉल्यूशन (प्रीवेंशन एंड कंट्रोल) अथॉरिटी ने दोनों राज्यों से 22 अक्टूबर तक प्लान देने के लिए कहा है। बढ़ते प्रदूषण पर चर्चा के लिए शुक्रवार को ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रेप) की मीटिंग सीपीसीबी मुख्यालय में हुई। मीटिंग में आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना जताई गई है।
मीटिंग के बारे में बताते हुए सीपीसीबी के चेयरमैन प्रशांत गार्गव ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के बीच सलाह देते हैं। कम वाहनों के इस्तेमाल से बढ़ते प्रदूषण को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए कॉरपोरेट हाउसों को सलाह दी है कि वह जितना संभव हो कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहें। इसके अलावा हम स्कूलों से भी अपील करते हैं कि सभी बच्चों के लिए ट्रांसपोर्ट का इंतजाम करें। दोनों प्रयासों के जरिए सड़क पर कम वाहन आएंगे और प्रदूषण घटेगा। इसके साथ ही अपना वाहन इस्तेमाल के बजाय सार्वजनिक वाहन और कार पूल करने की कोशिश करें। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी दिल्ली-एनसीआर की एयर क्वालिटी में सुधार दिखाई दिया। सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली का एक्यूआई 248 दर्ज किया गया, जोकि खराब की श्रेणी में है। हालांकि दिल्ली के दो सेंटरों बवाना और डीटीयू में यह बहुत खराब की श्रेणी में यानी 300 के पार रहा। इसकी वजह तेज हवा चलना माना जा रहा है। दिन में हवा की अधिकतम स्पीड 15 किलोमीटर प्रति घंटा रही।
आईआईटी की रिपोर्ट- 7 शहरों की आबोहवा ज्यादा खराब :दिल्ली के ओखला, मायापुरी और वजीरपुर समेत दिल्ली-एनसीआर के सात शहरों की आबोहवा ज्यादा खराब है। इन इलाकों में धूल, वाहन, इंडस्ट्रियल प्रदूषण और कूड़ा का प्रदूषण है। आईआईटी दिल्ली ने सात शहरों की रिपोर्ट सीपीसीबी को दी थी, जिसे संबंधित एजेंसियों को भेज दिया गया है। सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली के तीन इलाकों के अलावा साहिबाबाद, उद्योग विहार, फरीदाबाद 1 और फरीदाबाद 2 हैं। इन इलाकों के लिए 15 दिन का प्लान भी तैयार किया गया है। इनमें लगातार मॉनिटरिंग, पानी का छिड़काव आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मुंडका: ग्रेप के बावजूद जलाया कूड़ा :ग्रेप लागू होने के बावजूद इंडस्ट्रियल एरिया में कूड़ा जलने पर रोक नहीं लग पा रही। शुक्रवार सुबह इंडस्ट्रियल एरिया से सटे इलाके में खाली जगह पर प्लास्टिक वेस्ट में आग लगती हुई दिखी।
प्रदूषण के लिए 27 लाख रुपए का जुर्माना :प्रदूषण पर रोकथाम के लिए एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही हैं। नाइट पेट्रोलिंग भी की जा रही है। नॉर्थ एमसीडी, साउथ एमसीडी सहित अन्य इलाकों में 27 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
‘बहुत खराब’ आबोहवा वाले दिल्ली के सेंटर
- बवाना341
- डीटीयू318
गाजियाबाद ज्यादा प्रदूषित
- नोएडा 243
- ग्रे नोएडा 222
- गाजियाबाद 270
- फरीदाबाद 214
- गुड़गांव 258
सफर के मुताबिक ऐसा रहेगा प्रदूषण
- प्रदूषण आज शनिवार 3 दिन बाद
- पीएम10 198 208 278
- पीएम2.5 103 108 145
- स्टेंडर्ड:पीएम 10- 100, पीएम 2.5-60
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