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दिल्ली हो या चंडीगढ़ हर जगह मंदिर के घंटों से दूरी के तरीके तय हो रहे, राजस्थान में वन्यजीव गणना में दिखे रोचक नजारे

देश में 8 जून से शर्तों के साथ धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक पूजा स्थलों, होटलों, रेस्तरां और शॉपिंग मॉल को फिर से खोला जाएगा। इन सभी के लिए राज्य सरकार ने शर्तों को भी जोड़ा है। धार्मिक स्थलों को खोलने से पहले एहतियात के तौर पर कुछ तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर परिसर और भगवान की मूर्तियों को सैनेटाइज किया जा रहा है। परिसर में लगे घंटे-घंटियों को कपड़ाें से ढका जा रहा है। तख्तियां लगाकर श्रद्धलुओं को घंटा न बजाने की सलाह दी जा रही है। संक्रमण के चलते अब मंदिरों में प्रसाद नहीं दिया जाएगा। भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।

अनलॉक से पहले मंदिरों में चल रही तैयारियों की यह तस्वीर दिल्ली के हनुमान मंदिर की है। यहां शनिवार को पूरे मंदिर परिसर को सैनेटाइज किया गया। मंदिर में लगे घंटों को कपड़े से ढका गया। सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके लिए बैरिकेट लगाए गए। कल मंदिर खुलने पर अधिक संख्या में भक्तों को अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी।

विश्वकोरोना की त्रासदी से उबरेगा इसी उम्मीद के साथ जलाए दीप

तस्वीर बिहार केबोधगया की है।यहांज्येष्ठ पूर्णिमा के दूसरे दिन बौद्ध भिक्षुओं ने संध्या में विशेष प्रार्थना कर महाबोधि मंदिर परिसर के चारों ओर दीप जलाए। उन्होंने बताया किविश्व कोरोना की त्रासदी से शीघ्र उबरेगा, इसी उम्मीद के साथ दीप जलाए गए। विश्व में सर्वत्र करुणा का फैलाव हो, प्रेम के रास्ते पर सभी चलें।

घंटेपर लगाया नोटिस, कृपया इसे न बजायें

तस्वीरचंडीगढ़ के सेक्टर-20स्थितलक्ष्मी नारायण मंदिर की है।सोमवार से यह मंदिर खाेला जाना है जिसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। संपूर्ण परिसर को सैनेटाइज किया गया है।कोरोना से दूरी बनी रहेइसलिए मंदिर कीघंटी पर जागरूकता के लिए घंटी न छूने का नोटिस लगाया है।

प्री-मानसून के चलते बदला भोपाल के मौसम का मिजाज

तस्वीर भोपाल के मोतियातालाब की है।निसर्ग तूफान के कारण प्रदेश का प्री-मानसून सीजन बारिश के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। भोपाल में अब तक 63.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जो कि अब तक सामान्य बारिश 7.7 मिमी से 730% ज्यादा है। 50 जिलों में यह आंकड़ा 5 से 4409% तक है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के मुताबिक प्रदेश में प्री-मानसून में ऐसी बारिश पहले कभी नहीं हुई।

बैट-बॉल के साथ मनाया अनलॉकका जश्न

तस्वीर चंडीगढ़ के सेक्टर-30 की है। कंटेनमेंट जोन हाेने के कारण 49 दिन बाद शुक्रवार को इस हिस्से को खोल दिया गया। शनिवार से यहां जिंदगी पटरी पर लौटी। लोगों ने अपने अधूरे कामों को पूरा किया। किसी नेकूलर की घास बदली तो किसी नेगाड़ियों की मरम्मत करवाई। लॉकडाउन के बादल छटते ही क्रिकेट प्रेमियों से भीरहा नहीं गया। वह शनिवार की सुबह ही अपनी टीम जुटा बैट लेकर निकल पड़े मैदान की ओर। इस दौरान उनमें खासा उत्साह देखने को मिला।

घर पहुंचने की खुशी:ट्रेन में चढ़ने से पहले टेका माथा

तस्वीर हिमाचल के ऊना जिले के अंदौरा रेलवे स्टेशन की है। यहां से 800 यात्रियों को लेकर प्रदेश की पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। घर की राह मिल जाने की खुशी क्या होती है यह अर्से से अपने घर से दूर फंसा व्यक्ति ही बता सकता है। ऐसी ही चमक शनिवार को अंदौरा रेलवे स्टेशन पर देखने को मिली,जबवेस्ट बंगाल के एक परिवार ने ट्रेन में चढ़ने से पहले इसकीसीढ़ियों का सिर झुकाकर सजदा किया।

मजबूर मजदूर का दर्द, प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी

सिर पर बोझ, पीठ पर ममता लिए यह तस्वीर झारखंड के रांची की है।शनिवार को मजूदरों के साथ केरल से चली स्पेशल ट्रेन में स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग लीं 200 युवतियां भी आईं। ये युवतियां झारखंड के विभिन्न जिलों से केरल गई थीं। ऐसे तो हटिया स्टेशन पर लगातार आ रहीं मजदूरों की स्पेशल ट्रेनों में दर्द की इंतहा दिखती है, पर इन युवतियों के साथ हुई धोखाधड़ी से मजदूरों का दर्द और सामने आ गया। केरल से लगभग 200 झारखंड की ऐसी लड़कियां हटिया स्टेशन पहुंचीं। ये सभी लड़कियां झारखंड के विभिन्न जिलों से सिलाई-बुनाई का काम करने के लिए केरल गई थीं।

आज तोदो-दो सींग हो जाए, हिरणों ने की जोर आजमाइश

तस्वीर राजस्थान के चूरू स्थिततालछापर कृष्णमृग अभयारण्य की है। यहां इन दिनों वनकर्मीवन्यजीवों की गणना कर रहे हैं। इस दौरानअभयारण्य के दो काले हिरण मेल कॉलोनी में जोर आजमाइश करते नजर आए। अभयारण्य में नर हिरणों के बीच इस प्रकार की अठखेलिया आमतौर पर कभी भी देखी जा सकती हैं। ये फोटो वन्यजीव गणना करते समय रेंजर उमेश बागोतिया ने भास्करके लिए कैमरे में कैद की।

वन्यजीव गणना के लिए बनाए गए वॉटर हॉल पर पानी पीते पैंथरकैमरेमें कैद हुआ

तस्वीर राजस्थान के माउंटआबू की है। यहांशुक्रवार से वन्यजीवों की गणना शुरू हुई, जो शनिवार सुबह 8 बजे तक चली। इस दौरान कई वन्यजीवों को देखा गया।रेंजर महेंद्र सक्सेना ने बताया कियह तीनों वॉटर टैंक पर कैमरा लगे हुए थे। वन्यजीव गणना के लिए बनाए गए वॉटर हॉल पर पानी पीते पैंथरकैमेरों में कैद हुए।

गड्‌ढेदार और कीचड़ से भरी सड़कोंके खिलाफउद्योगपतियोंके प्रदर्शन का अनूठा तरीका

तस्वीर इंदौर केपालदा औद्योगिक इलाके की है। यहांशनिवार को अलग ही नजारा था। जो उद्योगपति हर दिन बीएमडब्ल्यू, ऑडी जैसी कारों से फैक्टरी आते थे, वे बैलगाड़ी पर सवार थे। इन लोगों ने कारें औद्योगिक क्षेत्र के बाहर ही पार्क कर दीं और फिर माल परिवहन वालों की बैलगाड़ी से फैक्टरी पहुंचे। कंधे पर लैपटॉप टांगे इन उद्योगपतियों का ये गड्‌ढेदार और कीचड़ से भरी सड़क के खिलाफ प्रदर्शन था। इसमें पालदा औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष प्रमोद जैन, सचिव हरीश नागर, रमेश पटेल शामिल हुए।सचिव नागर ने कहा कि दो-तीन दिन की बारिश में क्षेत्र की हालत खराब हो गई है। पालदा औद्योगिक संगठन 9 साल से सड़क बनाने की मांग कर रहा है, लेकिन कुछ नहीं हुआ।



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Everywhere in Delhi or Chandigarh, the distance from the temple hours is being decided, there are interesting views in the wildlife census in Rajasthan.


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