नीली चिड़िया के कारण फुर्र हो गए एलन मस्क के 200 अरब डॉलर! जानिए क्या है असली वजह
नई दिल्ली: करीब एक साल पहले एलन मस्क (Elon Musk) की नेटवर्थ 340 अरब डॉलर पहुंच गई थी। वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में बेताज बादशाह बन गए थे और दूर-दूर तक उन्हें कोई चुनौती देने वाला नहीं था। लेकिन पिछले एक साल में तस्वीर बदल चुकी है। मस्क की नेटवर्थ आज 139 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर खिसक गए हैं। यह साल उनके लिए काफी उथल-पुथल भरा रहा। उन्होंने अप्रैल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) को खरीदने की घोषणा की थी और फिर इससे पलट गए थे। इसके बाद ट्विटर ने अदालत को दरवाजा खटखटाया। लेकिन सुनवाई शुरू होने से पहले ही मस्क ने मूल शर्तों के साथ डील पूरी कर ली। आम धारणा यह है कि मस्क ट्विटर में इतना उलझे रहे कि वह अपने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला (Tesla) को भूल गए। इस कारण टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट आई। इसका नुकसान मस्क को भी उठाना पड़ा। लेकिन टेस्ला के शेयरों में इस हफ्ते हुई भारी बिकवाली इस बात का सबूत है कि कंपनी की समस्या कहीं ज्यादा गहरी है। मस्क ने संकेत दिए हैं कि वह ट्विटर के सीईओ का पद छोड़ सकते हैं। लेकिन इससे भी निवेशकों की चिंता कम नहीं हुई। वे टेस्ला की बिक्री और प्रॉफिट को लेकर चिंतित हैं।
डिमांड में कमी
कंपनी (Tesla) ने सेल की घोषणा की है। यह कमजोर मांग का संकेत है। इसकी वजह यह है कि कंपनी ने शायद ही इससे पहले कभी सेल की घोषणा की है। कंपनी साल खत्म होने से पहले डिलीवरी लेने वाले ग्राहकों के लिए दो तरह की विशेष छूट दे रही है। पहले कंपनी ने 3,750 डॉलर की छूट देने की घोषणा की थी और अब इसे बढ़ाकर 7,500 डॉलर कर दिया है। जानकारों का कहना है कि चीन और अमेरिका के बाजार में मांग कम हो रही है। साथ ही टेस्ला को कई दूसरी कंपनियों से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। टेस्ला के शेयरों में गिरावट की एक और वजह यह है कि अमेरिकन इकॉनमी (US Economy) के अगले साल मंदी की चपेट में आने की आशंका है। इससे कारों की बिक्री पर असर पड़ा है। मस्क ने हाल में कहा था कि 2023 में अमेरिका की इकॉनमी मंदी में फंस सकती है। टेस्ला के शेयर की कीमत पर भी आलोचकों ने हमेशा सवाल उठाए हैं। इस साल की शुरुआत में कंपनी की वैल्यूएशन एक ट्रिलियन डॉलर पहुंच गई थी। तब इसका वैल्यूएशन दुनिया की 12 सबसे बड़ी ऑटो कंपनियों के कंबाइंड वैल्यूएशन से अधिक था जबकि इसकी सेल्स इनमें से किसी भी कंपनी के मुकाबले बहुत कम है। आज टेस्ला का मार्केट कैप 399 अरब डॉलर रह गया है।सच से परहेज
जानकारों की मानें तो टेस्ला फिर उस मुकाम पर पहुंच सकती है लेकिन अब उसे वहां तक पहुंचने में बहुत समय लगेगा। टेस्ला ने सालाना सेल्स में 50 फीसदी ग्रोथ का अनुमान जताया था। इस कारण कंपनी के शेयरों में भारी तेजी आई थी। लेकिन अक्टूबर में कंपनी ने माना का वह इस साल सेल्स टारगेट को हासिल नहीं कर पाएगी। साल 2020 में टेस्ला के शेयरों में 743 फीसदी तेजी आई थी। जानकारों का कहना है कि मस्क ने बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन उनके मार्केट में आने में काफी समय लग गया। उदाहरण के लिए कंपनी ने तीन साल पहले अपने पहले पिकअप ट्रक Cybertruck से पर्दा उठाया और 2021 में इसका उत्पादन शुरू करने की घोषणा की थी। लेकिन अब कंपनी 2024 में इसका प्रॉडक्शन शुरू करने की तैयारी में है। इस बीच कई दूसरी कंपनियों के ट्रक आ चुके हैं। टेस्ला के सबसे बड़े आचोलकों में से एक Gordon Johnson ने कहा कि एलन मस्क कभी सच नहीं बोल सकते हैं। जब लोग कहते हैं कि वह जीनियस और इनोवेटर हैं तो इसका आधार उनके वादे होते हैं जो वह कभी पूरा नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में टेस्ला के शेयरों में और तेजी से गिरावट आएगी। इसकी वजह यह है कि कंपनी ने दूसरी कंपनियों की तरह कीमत में कमी करनी शुरू कर दी है।from https://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/know-what-is-the-core-reason-of-elon-musks-200-billion-dollar-loss/articleshow/96480272.cms