गुजरात में करारी हार के बाद पोस्टमार्टम में जुटी कांग्रेस, अब इस अभियान के साथ बढ़ेगी आगे
अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनावों ()में करारी शिकस्त के बाद मंथन में जुटी है। पार्टी को बेहतर नतीजों की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी बीजेपी की प्रचंड सुनामी और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की दस्तक के बीच महज 17 सीटों पर सिमट गई। चुनावों में 125 सीटों का लक्ष्य बनाकर उतरी कांग्रेस ने एक हफ्ते में तीन जोन की समीक्षा की है। इसमें पार्टी के उम्मीदवारों को चुनावों में क्या दिक्कत आई? पार्टी इस स्थिति में कैसे पहुंची? इन सवालाें को खोज रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर खुद तमाम नेताओं से मिल रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी ने संगठन के स्तर सभी रिपोर्ट मांगी है, ताकि हार के सही कारणों का पता लगाया जा सके और पार्टी उसके हिसाब से रणनीति बना सके। लीडरशिप पर भी उठ रहे हैं सवाल गुजरात में पार्टी के कमजोर प्रदर्शन के बाद लीडरशिप भी सवाल खड़े हो रहे हैं। राधनपुर से पार्टी के प्रत्याशी रहे रघु देसाई प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर () के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की शिकायत और हार के कारणों का पता लगाने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे () को शिकायत भेजी हैं। तो तमाम दूसरे नेता भी हार को लेकर तमाम सवाल खड़े कर रहे हैं। इस सब के बीच कांग्रेस के नेता राजीव भवन में मंथन में जुटे हैं, ताकि हार सके सही कारणों का सही पता लगाया जा सके। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि यह सही है कि कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं, लेकिन पार्टी हार के कारणों को खोज रही है। इसी लिए कैंडिडेट के स्तर पर समीक्षा हो रही है। प्रदेश समिति के स्तर पर क्या दिक्कत रही? विपक्ष के कौन से हथकंड़े से जिनसे चीजें बिगड़ी। हार के तमाम कारणों को खोजा जा रहा है। हाथ से हाथ जोड़ेगी कांग्रेस गुजरात में मुख्य विपक्ष रही कांग्रेस आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को खुला ग्राउंड नहीं देना चाहती है। इसीलिए पार्टी की कोशिश है प्रत्याशियों से मिले बिंदुओं के अलावा संगठन की रिपोर्ट के आधार पर तमाम उन कारणों को खोजा जाए। जिनसे कांग्रेस की स्थिति कमजोर हुई और बीजेपी को अब तक की सबसे बड़ी जीत मिली। रिपोर्ट के आउटकम के आधार पर पार्टी फिर आगे की रणनीति बनाए। पार्टी यह काम 15 जनवरी तक पूरा करना चाहती है, ताकि जब () अभियान शुरू हो, तो उसे प्रभावी बनाया जा सके। गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति (GPCC) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान उन सभी राज्यों के लिए जहां से भारत जाेड़ो यात्रा () नहीं निकली है। हम चाहते हैं गुजरात में कांग्रेस इस अभियान से बिल्कुल नई शुरुआत करे। क्या है हाथ से हाथ जोड़ो? कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 26 जनवरी से शुरू होना है। दो महीने के इस अभियान से कांग्रेस ग्राम पंचायत और मतदान केंद्रों तक जाएगी। पार्टी के तमाम नेता इस अभियान में पदयात्रा करेंगे। रणनीति के अनुसार पार्टी की महासचिव वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के नेतृत्व में महिला मार्च होगा। तो वहीं युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता प्रत्येक विकासखंड में बाइक रैली निकालेंगे। कांग्रेस की कोशिश है कि इस अभियान से ज्यादा से ज्यादा युवाओं और लोगों को जोड़ा जाए।
from https://navbharattimes.indiatimes.com/state/gujarat/ahmedabad/gujarat-congress-zone-wise-assessment-gujarat-assembly-election-haath-se-haath-jodo-campaign-afterbharat-jodo-yatra/articleshow/96280377.cms