दुकान में पापा की हेल्प के बाद करते थे पढ़ाई, आकाश ने CA बनकर सबको चौंकाया
मुजफ्फरपुर: द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (ICAI) चार्टर्ड अकाउंट की परीक्षा में ने सफलता का परचम लहराया है। आकाश बंका कपड़ा व्यवसाई अनिल बंका के बेटे हैं। चार्टर्ड अकाउंट की फाइनल परीक्षा पास करने वाले आकाश बंका अब अपने नाम के आगे सीए का इस्तेमाल कर सकेंगे। आकाश ने यह सफलता अपने पिता के काम में हाथ बंटाते हुए हासिल की है। अपनी सक्सेस पर आकाश ने बताया कि उन्हें यह सफलता मेहनत के बल पर मिली है। सीए बनने का लक्ष्य लेकर ही पढ़ाई और तैयारी की। इसके बूते लक्ष्य को हासिल कर लिया है। सीए की परीक्षा के दौरान तैयारी को लेकर पूछे गए सवाल पर आकाश बंका ने बताया कि ऑनलाइन क्लास, शिक्षक से मिले निर्देश, गाइडलाइन और नोट्स के आधार पर चार्टर्ड अकाउंट की परीक्षा पास करने की तैयारी की थी। आकाश का कहना है कि सीए बनना उसका लक्ष्य था, जिसे पूरा करने से आत्मविश्वास दोगुना हुआ है।आकाश ने अपनी दसवीं की पढ़ाई प्रभात तारा स्कूल से की है। वहीं नेतरहाट से प्लस-2 तक की पढ़ाई की। इसके बाद मुजफ्फरपुर में ही पिता के साथ रहकर व्यवसाय में उनका हाथ बढ़ाने लगे। आकाश के पिता अनिल बंका कपड़े की दुकान चलाते हैं। आकाश की सफलता पर उनके घर बधाई देने वालों की भीड़ है। बेटे की कामयाबी पर पिता अनिल बंका ने कहा कि, 'कल तक अकाउंट कार्य के लिए हम दूसरे के यहां जाते थे। आज बेटे खुद सीए बन गया है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी खुशी की बात है। इस खुशी को हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं।'
आकाश ने परिवार के सपने को पूरा कर दिया: चाचा
वहीं चाचा सुनील बंका ने बताया कि आकाश की सफलता से पूरे परिवार में खुशी है। हमारी व्यवसायी फैमली है। पहले हम दूसरे पर आश्रित थे। आज घर का लड़का CA बन गया है, विश्वास नहीं हो रहा है। पूरे परिवार का जो सपना था, वो आकाश ने पूरा कर दिया।तीसरे प्रयास में आकाश ने पास की CA की परीक्षा
बता दें, आईसीएआई ने 2022 सीए का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। इसमें आकाश बंका ने अपने तीसरे प्रसास में इस परीक्षा को पास किया है। उनकी सफलता से घर के लोग काफी खुश हैं। परिवार के लोगों ने आकाश का मुंह मीठा कराया। साथ ही एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियों का इजहार किया।(रिपोर्ट- संदीप कुमार)from https://navbharattimes.indiatimes.com/good-news/success-story-muzaffarpur-aakash-passed-ca-exam-in-the-third-attempt/articleshow/96974419.cms