आग बुझाने चप्पल पहनकर पहुंचे थे फायर फाइटर, बांसमंडी की लपटों ने खोली फायर बिग्रेड की पोल
कानपुर: कानपुर () में पिछले एक-दो साल कई ऐसे मौके आए हैं, जब विकराल आग ने अग्निशमन विभाग के सामने चुनौतियां पेश कीं। लेकिन बांसमंडी () के कपड़ा बाजार में लगी आग ने विभाग की पोल खोल दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 1 बजे पहुंची पहली दमकल में मौजूद कर्मचारी चप्पलें पहनकर पहुंचे थे। आग देख उन्होंने सीढ़ियां तो लगाईं, लेकिन भयानक लपटों के आगे सब बेकार था। पूरे घटनाक्रम को अपनी आंखों से देखने वालों और कारोबारियों का आरोप है कि समय पर दमकलें आई होतीं तो शायद एआर टावर में ही आग बुझा ली जाती। दुकानदार अभिषेक अग्रवाल और दिलीप कुमार का आरोप है कि एआर टावर में आग विकराल होने के बाद ये मसूद कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में पहुंचे लगी थी। घबराए दुकानदारों ने फायर फाइटर्स से इस बार में कहा, लेकिन किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। बस इसके बाद आग बेकाबू हो गई।
सीपी की डांट से जागे अधिकारी
आग लगने के बाद मौके पर पहुंचे सीनियर पुलिस अधिकारियों में बीपी जोगदंड सबसे पहले थे। वह 2:50 बजे पहुंचे, तब मौके पर सिर्फ दो थानों की पुलिस के अलावा कुछ फायर गाड़ियां मौजूद थीं। सीपी ने फोन पर जूनियर अधिकारियों को जमकर डपटा। इसके बाद कर्नलगंज और अनवरगंज की एसीपी मौके पर आईं। अपनी गाड़ी में बैठाकर सीपी ने कई अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। इसके बाद कुछ देर में शहर के सारे बड़े अधिकारी मौके पर आ गए और आग बुझाने की कवायद तेज हुई।एयरफोर्स की गाड़ी से मिली राहत
प्रशासन की मांग के बाद एयरफोर्स स्टेशन से दमकलें भेजी गईं। एयरफोर्स की गाड़ियों के तेज प्रेशर से पानी आग को नियंत्रित करने में मदद मिली।from https://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/kanpur/kanpur-fire-fighters-were-ill-equipped-claims-bansmandi-fire-victims-latest-news-update/articleshow/99153178.cms