14 लाख कैश, नोएडा में 4 फ्लैट... ओडिशा में 200 करोड़ वाली खबर के बीच बिहार में पकड़ा गया करोड़पति ऑफिसर
पटना: अभी एक दिन पहले यानी बुधवार को भुवनेश्वर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ओडिशा में सबसे बड़ी देशी शराब निर्माता और बेचने वाली कंपनियों में से एक बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के कार्यालय पर छापेमारी की। विभाग को इस दौरान 150 करोड़ रुपये की नकदी मिली। नकदी की मात्रा इतनी ज्यादा थी कि नोट गिनने वाली मशीन भी जवाब दे गई। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया। स्थिति ये हुई कि कैश गिनने के दौरान मशीनों ने काम करना बंद कर दिया। अभी देश में उसकी चर्चा चल ही रही है कि बिहार के सिवान जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास और उनके कार्यालय में निगरानी विभाग ने छापेमारी की। निगरानी विभाग ने आय से अधिक की संपत्ति का मामला दर्ज कर ये कार्रवाई शुरू की है।
भ्रष्ट ऑफिसर की करतूत
भ्रष्टाचार की बहती गंगा में खुद को डुबो देने वाले जिला शिक्षा पदाधिकारी का नाम मिथिलेश कुमार सिंह हैं। निगरानी विभाग ने इनके सिवान और पटना आवास पर छापेमारी की। निगरानी विभाग की टीम ने सिवान में महादेवा स्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर जांच के लिए पहुंची। वहां टीम ने आवास के दूसरे फ्लोर को पूरी तरह खंगाला। निगरानी विभाग के डीएसपी अभय कुमार ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय और आवास में की गई छापेमारी के दौरान 14 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। अभी छापेमारी जारी है।आय से अधिक संपत्ति मामला
विभागीय जानकारी के मुताबिक निगरानी विभाग की टीम जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई करने पहुंची थी। इस दौरान टीम को भारी मात्रा में कैश मिला। मिथिलेश कुमार जिला शिक्षा पदाधिकारी के रूप में जहां-जहां तैनात रहे हैं, वहां भी छापेमारी की जाएगी। अभी भी छापेमारी जारी है। निगरानी की टीम कई घंटों तक सिवान स्थित शिक्षा पदाधिकारी के आवास और कमरे की जांच में जुटी रही। उधर, इस छापेमारी के दौरान लोगों के बीच चर्चा है कि एक तरफ केके पाठक शिक्षा विभाग को सुधारने में जुटे हैं। वहीं भ्रष्ट ऑफिसर पूरे विभाग को डुबाने में जुटे हुए हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा, केके पाठक के विभाग के भ्रष्ट अफसरों पर कानून का डंडा चलने लगा है।निगरानी डीएसपी का बयान
निगरानी विभाग के डीएसपी अभय कुमार ने बताया कि पूर्व में निगरानी कांड संख्या 36/23 दर्ज किया गया था। डीईओ मिथिलेश कुमार के खिलाफ विभाग ने गुप्त तरीके से जांच की थी। उनके ऊपर जो भी आरोप लगा था, वो बिल्कुल सत्य पाया गया। उसके बाद वारंट के साथ टीम ने उनके सिवान और पटना आवास पर छापेमारी की। इस टीम में तीन डीएसपी के अलावा 6 लोग शामिल हैं। टीम काफी विस्तार पूर्वक सभी चीजों की जांच कर रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भ्रष्टाचार के जरिए कितने धन की उगाही की है। उसकी भी जांच चल रही है। अभी आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। निगरानी विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारी पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था।from https://navbharattimes.indiatimes.com/state/bihar/patna/14-lakh-cash-4-flats-in-noida-millionaire-officer-caught-in-bihar-amid-news-of-rs-200-crore-in-odisha/articleshow/105848422.cms