महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा से टेंशन में आया ब्रिटेन, पुलिस ने बताया आतंकवाद जैसा खतरा, एक साल में 10 लाख मामले
लंदन: ब्रिटेन के पुलिस प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा अत्यधिक बढ़ गई है और पुलिस इससे आतंकवाद के खतरे के तौर पर निपट रही है। ‘नेशनल पुलिस चीफ्स काउंसिल’ और ‘कॉलेज ऑफ पुलिसिंग’ की ओर से तैयार की गई एक नयी रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन की पुलिस ने 2022 से 2023 के बीच महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसक अपराधों के 10 लाख से अधिक मामले दर्ज किये हैं जो इस अवधि के दौरान दर्ज किये गए कुल मामलों का पांचवां हिस्सा है।इसी अवधि में हर छह में से एक हत्या घरेलू हिंसा से संबंधित थी। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि हर साल 12 में से एक महिला यौन अपराध, बलात्कार, पीछा करने, उत्पीड़न या ऑनलाइन यौन उत्पीड़न जैसे अपराधों का शिकार होती है। हालांकि, यह संख्या बहुत अधिक हो सकती है क्योंकि इस तरह के अपराध के कई मामले सामने ही नहीं आ पाते हैं। उप प्रमुख कांस्टेबल मैगी ब्लिथ ने एक बयान में कहा, ‘महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा एक राष्ट्रीय आपात स्थिति है।’
आतंकवाद जैसा गंभीर मामला
उन्होंने कहा, ‘हमें बदलाव लाने के लिए एक समाज के रूप में आगे बढ़ना होगा और महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को अपरिहार्य मानना बंद करना होगा।’ ब्रिटेन की सरकार ने पिछले वर्ष, महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को सार्वजनिक सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय खतरा माना था, तथा पुलिस से कहा गया था कि उसे इस मुद्दे को आतंकवाद और गंभीर संगठित अपराध के समान प्राथमिकता देना चाहिए।from https://navbharattimes.indiatimes.com/world/britain/violence-against-women-is-a-threat-like-terrorism-says-british-police/articleshow/111968985.cms