शॉपिंग माल से कमाकर मालामाल होगा ये मुस्लिम देश, कमाई से 50 मस्जिदों के लिए होगी पूरी फंडिंग, बनाने में जमकर खर्च
दुबई: मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में एक नया शॉपिंग मॉल बनाया जा रहा है। ये कोई आम शॉपिंग सेंटर नहीं है। इससे दुबई को इतनी कमाई होने वाली है कि अमीरात की मस्जिदों के लिए इससे फंडिंग की व्यवस्था का इंतजाम किया जाएगा। इस मॉल को विशाल क्षेत्र में बनाया जा रहा है, जिसमें दुकानों और शॉपिंग सेंटर के साथ ही मेडिकल और फिटनेस सेंटर भी होगा। खलीज टाइम्स ने दुबई के एंडोमेंट्स एंड माइनर्स अफेयर्स ट्रस्ट फाउंडेशन (Awqaf) के हवाले से बताया है कि मॉल के निर्माण का लगभग 17 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
इको फ्रेंडली होगा ये मॉल
मॉल की एक दूसरी खासियत यह है कि इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा रहा है। एक बार चालू हो जाने पर यह अमीरात में मस्जिदों के कामों को फंड उपलब्ध कराएगी। मॉल का निर्माण दुबई की 'मस्जिद बंदोबस्ती' अभियान के तहत किया जा रहा है। मस्जिद बंदोबस्ती परियोजना के तहत होने वाली आय का उद्येश्य मस्जिदों की जरूरतों को पूरा करना है। इस मॉल को अल खवानीज क्षेत्र में बनाया जा रहा है।इस मॉल को 165,000 वर्गफुट के विशाल क्षेत्रफल में बनाया जा रहा है। इसमें 29 दुकानें, एक बड़ा शॉपिंग सेंटर, एक मेडिकल सेंटर, रेस्टोरेंट और एक फिटनेस सेंटर होगा। सड़के, बाग, पार्किंग स्थल के साथ ही महिलाओं और पुरुषों के लिए दो अलग-अलग प्रार्थना स्थल भी होंगे। मॉल के निर्माण की अनुमानित लागत 4 करोड़ दिरहम (लगभग 91 करोड़ भारतीय रुपये) है, जबकि इससे हर साल 80 लाख दिरहम (9.1 करोड़ भारतीय रुपये) की कमाई होने वाली है। इस कमाई का इस्तेमाल दुबई में लगभग 50 मस्जिदों के खर्च को पूरा करने के लिए किया जाएगा।ग्रीन बिल्डिंग के मानकों पर काम
मॉल का निर्माण हरित भवनों (ग्रीन बिल्डिंग) के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जा रहा है। इसमें पर्यावरण अनुकूल सामग्रियों और निर्माण तकनीकों के साथ-साथ सौर और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग किया जाएगा। Awqaf दुबई के महासचिव अली मोहम्मद अल मुतावा ने परियोजना की जानकारी देते हुए खलीज टाइम्स को बताया कि मॉल में ऊर्जा पैदा करने और बचाने के लिए मॉडर्न टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है।from https://navbharattimes.indiatimes.com/world/uae/dubai-building-new-shopping-mall-worth-900-million-rupees-to-fund-50-mosques/articleshow/112202718.cms