'अमेरिकी कैंपस अब सुरक्षित केंद्र नहीं...', भारतीय छात्रों को US राजदूत के आमंत्रण पर बोले बीजेपी नेता
: बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भारतीय समयानुसार मंगलवार (6 अगस्त) को अमेरिका में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने भारत में अमेरिका के राजदूत से अमेरिकी विश्वविद्यालयों के बारे में पारदर्शी जानकारी देने का आग्रह किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री भी एक अमेरिकी विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। उन्होंने अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी की एक एक्स पोस्ट के जवाब में टिप्पणी की। गार्सेटी ने भारतीय छात्रों से इस महीने पूरे भारत में आयोजित होने वाले यूएस एजुकेशन फेयर में शामिल होने का आग्रह किया है। पूर्व राज्यसभा सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि हाल की हिंसा और लक्षित धमकी के कारण अमेरिकी कैंपस अब शिक्षा के सुरक्षित केंद्र नहीं रह गए हैं।
क्या कहा राजीव चंद्रशेखर ने?
राजीव चंद्रशेखर ने एक्स पर लिखा, ''प्रिय अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी - जैसा कि आप हमारे युवा भारतीयों को अमेरिका में अध्ययन करने के लिए आमंत्रित करते हैं, मैं भी अमेरिकी विश्वविद्यालय से स्नातक हूं और अमेरिका में कुछ अच्छे विश्वविद्यालयों के बारे में बता सकता हूं, लेकिन जैसा कि हाल ही में अमेरिकी परिसरों में हुई हिंसा और लक्षित धमकी से पता चला है, अमेरिकी परिसर अब शिक्षा के लिए उतने सुरक्षित केंद्र नहीं रहे और कई भारतीय माता-पिता को अपने बच्चों को वापस भारत भेजना पड़ा। इसलिए फेयर अच्छे हैं, लेकिन कृपया परिसर की सुरक्षा के बारे में भी पारदर्शी जानकारी दें।भारतीय छात्रों को आमंत्रण में क्या कहा एरिक गार्सेटी ने?
मंगलवार को एरिक गार्सेटी की ओर से एक्स पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया गया, जिसमें कहा गया, '' छात्रों और अभिभावकों, मुझे आपको हमारे एजुकेशन यूएसए फेयर में आमंत्रित करते हुए बहुत खुशी हो रही है, जो इस महीने पूरे भारत में आयोजित हो रहे हैं।''उन्होंने लिखा, ''यह आपके लिए 80 से ज्यादा अमेरिकी विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों से मिलने और प्रवेश, छात्रवृत्ति और बहुत कुछ के बारे में जानने का अवसर है। अमेरिका में अध्ययन करने के अपने सपने को साकार करने के लिए अभी पंजीकरण करें।''अमेरिकी परिसरों को लेकर क्या है चिंता का कारण?
बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों की ओर से विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं, जिनमें कुछ हिंसक प्रदर्शन में भी तब्दील हुए और हजारों छात्रों के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी पड़ी। छात्रों ने अमेरिकी विश्वविद्यालयों के परिसरों में विरोध जताने के लिए शिविर स्थापित कर लिए थे। फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों को इजरायल और गाजा में इजरायली सेना की कार्रवाई से जुड़ी कंपनियों के साथ वित्तीय संबंध खत्म कर लेना चाहिए।from https://navbharattimes.indiatimes.com/usa/bjp-rajeev-chandrasekhar-remarks-over-eric-garcetti-invite-to-indian-students-for-upcoming-education-usa-fair/articleshow/112325947.cms