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संजू सैमसन में आखिर कौन सी ऐसी कमी है जो सिर्फ BCCI देख पा रहा है वह खुद नहीं

नई दिल्ली: एशिया कप 2022 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। टी20 विश्व कप की टीम में बहुत अधिक बदलाव देखने को नहीं मिला है। हालांकि में टीम इंडिया में जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल की वापसी हुई है। इसके अलावा एशिया कप में खेलने वाली टीम ही टी20 विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया के रवाना होगी। हालांकि बीसीसीआई ने जिस तरह की टीम को चुना है उसे लेकर क्रिकेट फैंस की राय अब दो भागों में बंट चुकी है। कुछ का मानना है कि टीम में संजू सैमसन को शामिल किया जाना चाहिए था तो कुछ का मानना है कि जो टीम चुनी गई है उनमें उनकी जगह नहीं बनती है। वहीं बीसीसीआई ने भी काफी सोच विचार के साथ संजू को टीम से बाहर रखने का फैसला किया होगा। ऐसे में यह जानने कि कोशिश करते हैं कि आखिर किन वजहों से उन्हें टीम में जगह नहीं मिली है। संजू सैमसन को 7 साल में सिर्फ 16 मैचों में मिला मौका केरल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले संजू एक बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। संजू के पास वह सभी खूबी है जो किसी इंटरनेशनल खिलाड़ी में होनी में होनी चाहिए। इसके अलावा वह इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार अपनी धमक सुनाते रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी उन्हें टीम इंडिया में काफी मौके मिले हैं जबकि उनकी तुलना में ऋषभ पंत जैसे विकेटकीपर बल्लेबाज लगातार टीम में खेलते हुए आ रहे हैं। बता दें कि संजू को पहली बार साल 2015 में टी20 इंटरनेशनल में खेलने का मौका मिला था। इन सात सालों में उन्हें सिर्फ 16 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 296 रन बनाए हैं। वहीं पिछले साल उन्होंने वनडे में अपना डेब्यू किया, जिसमें उन्हें 7 मैचों की 6 पारियों में खेलने का मिला। इसके अलावा जब वह आईपीएल में खेलते हैं तो बिना थके और चोटिल हुए अपनी टीम के लिए पूरा सीजन खेलते हैं। आईपीएल के हर सीजन में संजू ने किया है कमाल इसमें कोई शक नहीं है कि मौजूदा समय में चयनकर्ता आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को तरजीह देते हैं। इसके कई उदाहरण मिल सकते है। ऐसा ही नाम संजू सैमसन का भी है। हालांकि संजू ने घरेलू क्रिकेट में भी खूब पसीना बहाया है लेकिन वह हर आईपीएल में अपनी टीम के लिए लगातार बेहतरीन खेल दिखाया है। आईपीएल में संजू सैमसन 138 मैच खेल चुके हैं। इस मैचों के 134 पारियों में संजू ने बल्लेबाजी जिसमें उन्होंने 3526 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में तीन बार शतकीय पारी खेली। साथ 17 बार उन्होंने पचास या उससे अधिक रनों की पारी खेली। ऐसे में जब आईपीएल संजू सैमसन का खेल इतना बेहतर है तो इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में मौके क्यों नहीं मिल रहा, इस पर कई तरह के सवाल हैं। बल्लेबाजी के अलावा संजू एक बेहतरीन विकेटकीपर भी हैं। आईपीएल में लगातार विकेटकीपिंग के अलावा उन्हें जब भी मिला है वह टीम इंडिया के भी ग्लव्स थामे हैं। ऋषभ पंत ने टीम इंडिया की पहली पसंद बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋषभ पंत मौजूदा समय में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर टीम इंडिया के लिए पहली पसंद हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि पंत एक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। पंत ने भारत के लिए 2017 में टी20 में अपना डेब्यू किया और अब तक कुल 68 मैच खेल चुके हैं। वहीं इसकी तुलना संजू के मैच से करें तो वह काफी कम है। दोनों ही खिलाड़ी की बल्लेबाजी शैली आक्रमक है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि एक खिलाड़ी को इतना अधिक मौका मिला जबकि दूसरे को कम। वहीं ऐसा भी नहीं है कि पंत लगातार टीम के अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों। उनमें निरंतरता की कमी देखने को मिली है। हालांकि उन्हें लगातार मौके मिले और उन्होंने फॉर्म को वापस हासिल किया जबकि संजू सैमसन को कभी लगातार पांच से अधिक मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला है। इस तरह बीसीसीआई से यह पूछा जाना लाजिम है कि आखिरी संजू में ऐसी कौन सी कमी है जो सिर्फ उन्हें दिख रही है खुद संजू को नहीं, जिससे की वह उसे दूर कर सके।


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