मोसाद की तारीफों के दिन खत्म, हमास ने तोड़ा इजरायली खुफिया एजेंसी का तिलिस्म, जानें कैसे
तेल अवीव: जिस मोसाद के कारनामें दुनियाभर में चर्चा का विषय बनते थे, वो आजकल बदनामी के दौर से गुजर रहा है। मोसाद अक्टूबर में हमास के हमले का पता लगाने में पूरी तरह नाकाम रहा। इसके अलावा मोसाद को यह भी पता नहीं है कि हमास के तीन टॉप कमांडर इस्माइल हानिया, याह्या सिनवार और मोहम्मद देइफ कहा हैं। वह भी तब, जब 42 किलोमीटर के गाजा पट्टी पर इजरायली सेना का कब्जा हो चुका है। मोसाद की असली बदनामी तो तब हुई, जब उसने कहा कि उसे हमास के आतंकी मिशनों के मास्टरमाइंड मोहम्मद देइफ के स्वास्थ्य के बारे में कुछ भी पता नहीं है।
मोहम्मद देइफ को नहीं खोज सकी मोसाद
इजरायली सेना ने हाल में ही एक वीडियो जारी किया है, जिसमें मोहम्मद देइफ को चलते हुए और पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में दिखाया गया है। इससे पहले मोसाद ने जानकारी दी थी कि मोहम्मद देइफ अपने पैरों पर चल नहीं सकता। उसने देइफ की एक पुरानी फोटो भी जारी की थी, जिसमें उसे व्हीलचेयर पर बैठा हुआ दिखाया गया था। यह वही देइफ है, जिसने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले की पटकथा लिखी और गाजा पट्टी में रहकर इस आतंकी वारदात की निगरानी की। इसके बाद भी इजरायली सेना इस मोस्ट वांटेड आतंकवादी को खोजने में अब तक विफल रही है।इजरायली सांसद बोले- गलती स्वीकारनी होगी
इजरायली संसद नेसेट के संविधान, कानून और न्याय समिति के अध्यक्ष एमके सिम्चा रोथमैन (ज़ायोनी पार्टी) ने एक इंटरव्यू में कहा, "हमें अपनी गलती स्वीकार करनी होगी और जांच करनी होगी।" "मोहम्मद देइफ मामले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। यह चिंता का विषय है कि हम वर्षों से गलत जगहों पर तलाश कर रहे हैं या खुद को धोखा दे रहे हैं।" जब उनसे पूछा गया कि क्या इजरायली खुफिया एजेंसी विफल हो गई है, तो रोथमैन ने कहा, "वास्तव में हां, लेकिन यह सिर्फ मोहम्मद देइफ से आगे तक फैला हुआ है। युद्ध के बाद सुरक्षा का मुद्दा महत्वपूर्ण है। हाल के हफ्तों में, जेनिन के पास आतंकवादी बस्तियों में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे... हमें भविष्य के लिए सैद्धांतिक चर्चा की नहीं, बल्कि तत्काल कार्रवाई की जरूरत है।"संसद ने सुरक्षा पर बनाई विशेष समिति
7 अक्टूबर के नरसंहार के लिए आतंकवादियों की सजा को तय करने के लिए स्थापित विशेष समिति के बारे में, रोथमैन ने बताया, "इस समिति ने विवरण, जानकारी और विचारों का गंभीर अध्ययन किया है। इस बात पर जोर देना महत्वपूर्ण है कि युद्ध के दौरान भी निगरानी होनी चाहिए। उन्होंने इजरायली राजनीतिक दलों को लेकर कहा कि विपक्ष को सरकार के कार्यों को समझना चाहिए। नेसेट सदस्य पूरी जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं।" रोथमैन ने सुझाव दिया कि न्याय मंत्री, अटॉर्नी-जनरल और संबंधित सुरक्षा अधिकारियों के बीच सहयोग पारदर्शी होना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद से निपटने में आपराधिक कानून की अपर्याप्तता के लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे को संबोधित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।from https://navbharattimes.indiatimes.com/world/uae/how-israeli-intelligence-agency-mossad-failed-in-gaza-to-find-hamas-leader-yahya-sinwar-mohammed-deif/articleshow/106218691.cms