‘कोरोना से बचा भी लिया तो मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया हमें जरूर हो जाएगा’
(शेखर घोष)कोरोना संक्रमित मरीज को अस्पताल में सही इलाज न मिलने को लेकर सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें मां-बेटी शिकायत करते नजर आए थे कि लोकनायक अस्पताल में भर्ती उनके पति का सही इलाज नहीं हो रहा है। मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हस्तक्षेप करना पड़ा था। वहीं, अब ताजा मामला शाहदरा जिला के मंडोली क्वारेंटाइन सेंटर का है। वहां इलाज में कोताही, दवा के आभाव, घटिया भोजन की शिकायत आई। सेंटर में लाए गए 35 कोराना संक्रमितों के अतिरिक्त 8 और संक्रमितों ने भास्कर से अपनी बात प्रसाशन तक पंहुचाने की अपील की। इनमें कई लोगों ने वीडियो साझा कर बुखार, खांसी, गले में तेज दर्द, थाइराइड व हाइपर टेंशन के मरीज होने के भी बात बताई।
ढाई साल के एक बच्चे ने भास्कर को बताया, मेरी मां को मधुमेह है। उन्हें रोज दवाई लेनी होती है लेकिन उनकी दवाई अभी तक नहीं मिली है। हमें 19 अप्रैल की रात को दूध नहीं दिया, खाना बर्फ सा ठंडा था। ममी भूखी सोई। एक बार सुबह दूध दिया जो गर्मी में फट गया। यहां मौजूद 7 अन्य बच्चों ने बताया, हमें जेल में डाल दिया है। रात को दूध नहीं दिया। सैंडविच में गंध आ रही थी इसलिए नमकीन खाई। रात और दोपहर को भी खाना इतना खराब था कि खाया नहीं गया। यहां मच्छर के कारण रात भर सो नहीं पाए।
केस 1- खाना बर्फ की तरह ठंडा है और रोटी टूटती ही नहीं: जय प्रकाश
कोरोना के संक्रमण के शिकार यहां क्वारेंटाइन किए गए जय प्रकाश, सत्यप्रकाश, वीरेश गुप्ता ने भी खाने को बेहद बेस्वाद बताया। गर्मी में भी खाना बर्फ के तरह ठंडा है और रोटी टूटती ही नहीं। दाल पानी जैसी होती है। रात को 8 बजे 3 रोटी, एक कटोरी चावल, एक दाल एक सब्जी। वहीं सुबह 8:30 बजे चाय, एक सैंडविच 5 रुपए वाली नमकीन का पैकेट, एक बजे दिन में 3 रोटी, एक कटोरी चावल, एक दाल एक सब्जी देते हैं। एक बजे से रात आठ बजे का गैप बहुत ज्यादा है।
केस 2- सुबह दवाई देने को कहा पर शाम तक नहीं मिली : कुणाल
सेंटर में लाए गए कुणाल (21) ने बताया, मुझे और मेरी मां को यहां 19 अप्रैल को लाए थे। तब से हमें बुखार है। यहां हेल्पलाइन सेंटर पर बताने के बावजूद कोई भी डॉक्टर रात को देखने नहीं आया, न ही मांगने पर दवाई दी। सुबह डॉक्टर आया तो उसने दवाई देने को कहा। लेकिन शाम तक दवाई नहीं दी। यहां मच्छर बहुत ज्यादा हैं। रात भर सो नहीं पाए। कोरोना से बचा भी लिया तो डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जरूर हो जाएगा। यहां का खाना भी बहुत घटिया है। यह न तो गर्म होता है और न ही अच्छी क्वालिटी का।
इधर, कोरोना पॉजिटिव पाए गए दिल्ली पुलिस के सिपाही ने भी लगाए इलाज में लापरवाही के आरोप
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले तिलक नगर थाने के सिपाही सचिन कुमार तोमर ने नजफगढ़ के चरक अस्पताल पर इलाज में लापरवाही व सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं होने के साथ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मंगलवार को सचिन का एक वीडियो सामने आया। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 25 लोगों के लिए एक ही बाथरूम है और उसमें सफाई का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। सेनेटाइजर भी नहीं दिया जाता। दवाई के समय कई बार बुलाने के बावजूद स्टाफ दवाई देने नहीं देता। सिपाही के परिवार का भी प्रशासन ने अभी तक कोई टेस्ट नहीं करवाया है। सिपाही ने खुद को प्राइवेट अस्पताल में रेफर किए जाने की गुहार भी वीडियो में लगाई है। 2 दिन पहले ही सचिन कोरोना पॉजिटिव पाया गए थे। सिपाही तिलक नगर थाने की पुलिस चौकी तिलक विहार में तैनात था। पूरी पुलिस चौकी को क्वारंटाइन कर दिया गया था।
कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर लगाया खाने में घोटाले का आरोप
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने केजरीवाल सरकार पर खराब खाना गरीब जनता को खिलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने एलजी अनिल बैजल से खाने पर खर्च की जांच कराने की मांग की है। चौधरी अनिल ने मंगलवार को कहा दिल्ली सरकार गरीबों को परोसे जा रहे खाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन वह घटिया है। दाल में काला है और बहुत बड़ा घोटाला गरीबों को खाना खिलाने के नाम पर किया जा रहा है।
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